कार्य व्यवहार की उन्नति होगी, परन्तु आय की अपेक्षा व्यय अधिक होगा, भाइयो से मिलाप होगा, शत्रुओ का नाश होगा, स्त्री सुख में वृद्धि होगी, रक्त विकार एवं पित्त जन्न रोगो से शरीर को कष्ट होगा, यात्रा से लाभ होगा।
व्यापारिक उन्नति होगी, धन का भी लाभ होगा, समाज में मान और ओहदा बढ़ेगा, मित्रो से मिलाप होगा, स्त्री सुख प्राप्त होगा, यात्रा के योग बने है, मुख विकार व शरीर से कष्ट होगा।
कारोबार में आय कम तथा व्यय अधिक बना रहेगा, धन की हानि होगी, समाज में मान व इज्जत पर ऊँगली उठ सकती है, मनोकामना पूर्ण नहीं होगी और मन में ही रह जाएगी। शत्रु नुकसान पहुचायेंगे, स्त्री का सुख कम मिलेगा।
मास में कारोबार से धन की प्राप्ति होगी, कार्य क्षेत्र में सम्मान तथा पदोन्नति मिलेगी, शुभ कार्यो की ओर रूचि अधिक रहेगी, पारिवारिक कलह दूर होंगे, शरीर स्वस्थ्य रहेगा ।
कर्तव्यनिष्ठा से जीवन का विकास आवश्यक होगा। इष्ट मित्रो से दूर की मित्रता बनाये रखने में ही भलाई है। पारिवारिक उलझनों से दूर रहे, लाभ की प्राप्ति होगी।
विपरीत परिस्थितिओं का सामना करना पड़ेगा। पारिवारिक कार्यो में धन खर्च होगा। राजनीतिज्ञों को यथा योग्य पदाधिकार मिलेंगे। स्त्रियों का अधिक परिचय और संपर्क हानि देने वाला होगा।
हितैषी व सहायक लोगों की प्राप्ति होगी। वातावरण मनोनुकूल बनेगा। गृह कार्य विधिपूर्वक से चालित रहेगा। माता-पिता से कष्ट का योग बना हुआ है।
शासन और सरकारी अधिकारियों के सहयोग से महत्त्वपूर्ण उपलब्धि सम्भव है। निजी हित में यदि आपको अच्छा सहायक मिल जाये, तो वांछित सहायता लेने में कोई बुराई न समझें, पर सहायक को भली प्रकार परख लें।
किसी आकस्मिक कार्य से लाभ होगा। मुकदमे में विजय मिलेगी। राजकीय कार्यों में सफलता, स्वास्थ्य लाभ, परंतु पत्नी-का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। उदर विकार दूर होगा।
धन, यश, कीर्ति का विस्तार, शत्रु बाधा, भोजन, शयन की असुविधा, बड़े-बुजुर्गो से वैमनस्यता बढ़ेगी। लिखा-पढ़ी के कार्यों में सफलता। व्यापार में लाभ। । नौकरी में स्थानान्तरण का योग है।
नौकरी में पदोन्नति होगी। विचारित कार्य पूर्ण होंगे। विरोधियों से सावधान रहें। मन में उठे विकार दूर होंगे। झगड़े-झंझट का भय बना रहेगा। व्यापारिक कार्यो में शुभ परिवर्तन होगा। गुप्त शत्रु पैदा होंगे। नवीन अनुभवों की प्राप्ति होगी।
स्वास्थ्य में सुधार, मानसिक शान्ति, पुण्य संस्कार की वृद्धि, परिवार, स्त्री, संतान का सहयोग मिलेगा। वाहन सुख, आमोद प्रमोद में लिप्त रहेंगें। उत्तरार्ध में मानसिक अस्थिरता, उद्गेग तथा शरीरिक कष्ट का योग बना है। आथिक उन्नति भी होगी।